शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेने पर बुधवार को विकास भवन में आयोजित किसान दिवस में किसानों ने नारेबाजी की। नहरों में पानी नहीं आने और ग्रामीण अंचल में छह-सात घंटे ही बिजली मिलने पर रोष व्यक्त किया। चेतावनी दी कि किसान दिवस में आईं शिकायतों का निस्तारण नहीं किया तो वह 24 फरवरी को ताजमहल में आत्मदाह करेंगे।
विकास भवन सभागार में किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि किसानों की शिकायतों में जांच के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इनर रिंग रोड लैंड पार्सल घोटाला हो या फिर लेदर पार्क में जमीन अधिग्रहण को लेकर अनियमितताओं का मामला हो या एनटीपीसी में घोटाला।
सभी मामलों को लटकाए हुए हैं। ऐसे में किसान दिवस का कोई औचित्य नहीं रह गया है। ऐसे में किसान 24 फरवरी को विदेशी राष्ट्र अध्यक्ष के सामने ताजमहल में प्रदर्शन करके आत्मदाह करेंगे।
उन्होंने (सीडीओ) मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह ने कहा कि नहरों में अभी तक टेल तक पानी न पहुंचने से सिंचाई में परेशानी हो रही है। किसान नेता सोमवीर सिंह ने बताया कि गांवों में पलेवट प्रभावित हो रही है। बिजली छह सात घंटे ही दी जा रही है।
सीडीओ जे रीभा ने कहा कि किसानों की समस्याएं प्राथमिकताएं से हल करवाई जाएंगी। इस मौके पर माता प्रसाद जादौन, जयप्रकाश, दाताराम, पीके भारद्वाज, सौरभ चौधरी, सत्यवीर चौधरी, प्रदीप शर्मा, राधेश्याम, अशोक कुमार, धर्मवीर चौधरी, रविंद्र कुमार, बंगाली बाबू, महताब सिंह, प्रमोद कुमार, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।